देहरादून
उत्तराखंड में ऑस्ट्रेलिया से मैरिनो भेड़ खरीद पर सरकार भेड़ पालकों को बड़ा तौहफा देने का दावा कर रही है तो विपक्ष ने देश-प्रदेश के खराब आर्थिक हालातों को देखते हुए इतनी मंहगी भेड़ों की खरीद को बड़ा घोटाला करार दिया है.
उत्तराखंड में ऑस्ट्रेलिया की मेरिनो भेड़ प्रदेश के भेड़ पालकों के लिए बड़ी सौगात के रूप में देखी जा रही है.तो इनकी भारी भरकम कीमत विपक्षी दल के लिए एक नया मुद्दा बन गई है.. आपको बता दें कि त्रिवेंद्र सरकार ने ऑस्ट्रेलिया से 240 मेरिनो भेड़ खरीदी है, जिसमें 200 मादा और 40 मेल भेड़ है.. खास बात यह है कि इनमें एक भेड़ की कीमत तीन लाख 33 हजार के करीब है.. इस तरह कुल खरीदी गई भेड़ों पर 8.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं.. भेड़ों की इस कीमत को लेकर ही विपक्षी दल कांग्रेस ने सवाल खड़े करते हुए इसे एक बड़ा घोटाला करार दिया है.जोत सिंह बिष्ट बताते हैं कि देश की और प्रदेश की हालत खराब है ऐसी स्थिति में इतनी महंगी भेड़ों को खरीद कर सरकार ने अंदर खाने बड़ा घोटाला किया है.
वैसे तो राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के तहत केंद्र सरकार की मदद से तमाम राज्य भेड़ खरीद रहे हैं।लेकिन कांग्रेस का सवाल उन पुरानी भेड़ खरीद पर भी है जिनको पूर्व में खरीदा गया लेकिन अब उनकी नस्ल खराब बताई जाने लगी है।। हालांकि कांग्रेस के सवाल पर भाजपा जोरदार पलटवार करते हुए कांग्रेस में बुद्धि का अकाल होने की बात कह रही है भाजपा का कहना है कि भेड़ों की खरीद भेड़ पालकों के उत्पादन और आमदनी को बढ़ाने के लिए की गई है ऐसे में कांग्रेस के पास ना तो नीतिगत जानकारी है और अब लगता है उनमें बुद्धि का भी अकाल पड़ गया है।
भेड़ खरीद के मामले में वैसे तो इसे भेड़ पालकों के हित में उठाए गए कदम ही माना जाना चाहिए लेकिन यह भी जरूरी है कि सरकार विदेशों से लाई जाने वाली भेड़ों की नस्लें खराब ना हो इसको लेकर भी विशेष ध्यान रखें ताकि लाखों-करोड़ों खर्च किए गए बजट का लंबे समय तक फायदा मिलता रहे।