जब भी किसी महिला के साथ दुष्कर्म जैसी घटना होती है तो उसके बाद देश भर की मीडिया की सुर्खियों में मामला बना रहता है जमकर चर्चा होती है लेकिन कुछ दिनों के बाद सब भूल जाते है महिलाएं कितनी सुरक्षित है ये तो हैदराबाद की घटना से साफ नजर आ रहा है इसी सबको देखते हुए खबरें अभी तक ने उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आंकड़ों का जायजा लिया तो बेहद चौंकाने वाली स्थिति सामने अाई जो आपको भी चौंका देगी।
उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है यहां महिलाओं को देवी स्वरूपा माना जाता है लेकिन अगर उत्तराखंड में पिछले 2 सालों में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को देखे तो शायद आपको भी सुनकर शर्म से सर झुकाना पड़े। पिछले 2 सालों में उत्तराखंड में महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों में बढौतरी हुई है यानी करीब 23 फीसदी अपराध बढ़े है। जिनमें महिलाओं के साथ छेड़खानी से लेकर उनके साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले शामिल है ।
अाइए एक नजर डालते है उत्तराखंड में 2019 में महिला अपराध के मामलों पर
1 – महिला हत्या- 6
2 – छेड़छाड़ के मामले -71
3 – दुष्कर्म – 119
4- अपहरण -45
5- अश्लील हरकत- 9
6-चेन लूट – 17
7- दहेज उत्पीड़न -192
8- दहेज हत्या -7
9- अन्य अपराध – 40
- उत्तराखंड में बढ़ते महिलाओं से अपराध ने मामलों में पुलिस का अलग ही तर्क है पुलिस का कहना है कि मामले इसलिए भी बढ़े है की लोगो में जागरूकता अाई है और पुलिस ज्यादातर मामलों को दर्ज कर रही है इसलिए मामले ज्यादा बढ़ रहे है
उत्तराखंड में महिलाओं के प्रति अपराध के मामले 2017 के मुकाबले 2018 में बढ़े है इतना ही नहीं 2019 में तस्वीर कुछ और अलग नजर आयी। जहा एक तरफ 2017 में 1771 मामले सामने आए वहीं 2018 में 2219 मामले पुलिस के सामने आए इससे एक बात तो साफ है कि उत्तराखंड देवभूमि में भी महिलाएं उतनी सुरक्षित नहीं है जितना कि लोगो को लगता है।