उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने की दिशा में प्रोटेक्शन फोर्स बनाने पर काम शुरु कर दिया गया है. इस कड़ी में चीला रेंज में कल प्रशिक्षण को लेकर अधिकारियों की बैठक होने जा रही है.जिसमें विलेज वॉलंटरी प्रोटेक्शन फोर्स के गठन और प्रशिक्षण पर चिंतन होगा।
प्रदेश में वनों के करीब रहने वाले लोगों को विलेज वॉलंटरी प्रोटेक्शन फोर्स के तहत प्रशिक्षण देने पर काम शुरू कर दिया गया है.आपको बता दें कि पिछले दिनों मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए इस प्रोटक्शन फोर्स के गठन का फैसला लिया गया था जिसके बाद आप इस फोर्स को प्रशिक्षण दिए जाने की रूपरेखा तैयार होनी है। इसके लिए सरकार की तरफ से बजट की व्यवस्था कर दी गई. जिसमें 400 गांवों के करीब 1000 युवाओं को वॉलंटरी प्रोटेक्शन फोर्स में जोड़ा जाएगा। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी के अनुसार सरकार से वन विभाग को फोर्स के गठन और प्रशिक्षण और उपकरणों के लिए करीब 1 करोड़ 75 लाख आवंटित हुए हैं जिनके जरिए अब युवाओं को स्वयंसेवी संस्थाओं और तमाम दूसरे तरीकों से जोड़कर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है और शायद यही कारण है कि वन महकमा अब इस समस्या के निदान के लिए आम लोगों को भी जोड़ कर घटनाओं को रोकने की कोशिश कर रहा है।