Posted by The India Now on Wednesday, June 24, 2020
उत्तराखंड सैन्य भूमि है क्योंकि यहां के पहाड़ों के बेटे देश की सरहदों की रक्षा करने में कई बार अपने प्राणों की आहुति भी दे देते हैं उत्तराखंड के एक बेटे ने एक बार फिर देश की रक्षा करते हुए अपना अमूल्य बलिदान दे दिया चमोली जनपद के कर्णप्रयाग क्षेत्र के सोनाली गांव में मातम छाया हुआ है जम्मू-कश्मीर के पुंछ में तैनात सुरेंद्र नेगी का शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों भारत माता की जय और सुरेंद्र नेगी अमर रहे के नारों के साथ शहीद के पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा में शामिल हुए ।
शहीद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक घाट नंदप्रयाग में किया गया इस अंतिम यात्रा में स्थानीय लोगों के साथ जिला प्रशासन , कर्णप्रयाग और बद्रीनाथ विधायक मौजूद रहे उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है और यहां की मिट्टी हर स्थितियों में देश के काम आती है सुरेंद्र नेगी के जाने का गम पूरे क्षेत्रवासियों को है लेकिन चमोली जिला सुरेंद्र नेगी की इस शहादत को हमेशा याद रखेगा और गौरवान्वित महसूस करते हैं।