उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आज जन्मदिन है 16 सितंबर 1975 को जन्में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं लेकिन कम समय में उन्होने तमाम मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है 4 जुलाई 2021 को उन्होने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को हाईकमान ने हटाकर युवा मुख्यमंत्री पर भरोसा जताया जिसमें वह काफी हद तक खरे उतरे हैं उनके काम का प्रभाव ऐसा हुआ कि महज ढ़ाई महीने में बीजेपी प्रदेश प्रभारी को कहना पड़ा की पार्टी पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी वहीं मुख्यमंत्री धामी ने आज अपने जन्मदिवस के अवसर पर सबसे पहले टप्केश्वर मंदिर में जाकर पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में दृष्टिबाधित बच्चों के साथ अपना जन्म दिवस मनाया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि संस्थान में बच्चों को स्कूल बस की व्यवस्था की जाएगी एवं 10 कम्प्यूटर दिए जायेंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वृक्षारोपण किया एवं दृष्टिबाधित बच्चों को मिष्ठान वितरण भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तिलक रोड स्थित बाल वनिता आश्रम में जाकर बच्चों के साथ अपना जन्म दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण किया और बच्चों को मिष्ठान वितरण किया। वहीं राज्यभर में भी उनके जन्मदिन को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है
सीएम पुष्कर सिंह धामी का सैनिक परिवार में हुआ जन्म
पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट तहसील के एक गांव में टुण्डी में पुष्कर सिंह धामी का जन्म एक सैनिक परिवार में हुआ था। उन्होंने सरकारी स्कूल में ही अपनी शिक्षा पूरी की। पढ़ाई के दौरान की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्पर्क में आए और 1990 से लेकर 1999 तक परिषद के कार्यकर्ता के रूप में काम किया। इसके बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और 2002 से 2008 तक प्रदेश में युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर एकजुट किया। इस दौरान उनकी बड़ी सफलता तत्कालीन सरकार से राज्य के उद्योगों में युवाओं के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा करवाना रही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक सफर
उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री हैं। 46 साल के धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखंड की खटीमा विधानसभा सीट से लगातार दो बार से विधायक हैं। साल 2002 से 2008 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें खटीमा सीट से उम्मीदवार बनाया जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद साल 2017 में एक बार फिर वे खटीमा सीट से विधायक बने और अब प्रदेश के मुखिया के रूप में बागडोर संभाल रहे हैं।