22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना के बाद देहरादून पुलिस प्रशासन ने कश्मीरी मूल के छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) देहरादून ने जिले के सभी क्षेत्राधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अध्ययनरत/निवासरत कश्मीरी छात्रों के नियमित संपर्क में रहें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
देहरादून जनपद की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में इस समय कश्मीरी मूल के 1201 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं, जिनका विवरण पुलिस द्वारा प्राप्त कर सत्यापन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
संस्थानों और पीजी प्रबंधकों के साथ गोष्ठी का आयोजन
आज दिनांक 24 अप्रैल 2025 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बिधोली चौकी में एक गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें उन सभी शैक्षणिक संस्थानों और पीजी प्रबंधकों को आमंत्रित किया गया, जिनके यहाँ कश्मीरी छात्र/छात्राएं अध्ययनरत या निवासरत हैं। गोष्ठी में संबंधित छात्रों की सुरक्षा के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।
सभी संस्थानों और पीजी संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या सुरक्षा से जुड़ी जानकारी को तुरंत पुलिस के साथ साझा करें, साथ ही छात्रों को विश्वास में लेकर उन्हें सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करें।
अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था और सोशल मीडिया पर निगरानी
कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पीएसी बल की तैनाती की गई है, जो नियमित रूप से गश्त कर रही है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्टों पर भी सख्त निगरानी रखी जा रही है। अब तक 25 आपत्तिजनक पोस्टों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटवाया जा चुका है।
साथ ही, एक संस्था द्वारा धार्मिक उन्माद फैलाने के प्रयास के तहत हेट स्पीच और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और संबंधित पोस्ट को भी डिलीट कराया गया है।
देहरादून पुलिस प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि जिले में किसी भी प्रकार की सामाजिक अशांति या छात्रों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।