उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी के भीतर से ही विरोध के सुर दिखने लगे है दअरसल बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ का अपने ही पार्टी कार्यकर्ताओँ के साथ हुए विवाद के बाद पार्टी में खुलकर गुटबाजी सामने आ गई है विधायक उमेश शर्मा काऊ और उनके विरोधी गुट इन दिनो दिल्ली के चक्कर काट रहे है जहां वजह पार्टी हाईकमान को मामले से अवगत करा रहे हैं….विधायक काऊ तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम नेताओं से मामले की शिकायत कर देहरादून वापस लौट गये जहां उन्होने पत्रकारों से बातचीत में साफ कहा कि मैंने अपनी पीड़ा को हाईकमान से अवगत करा दिया है यदि न्याय नहीं मिला तो हमारा एक संगठन है जिसके साथ मिलकर आगे की रणनीति तैयार होगी वहीं विधायक के समर्थन में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी खुलकर सामने आ गये हैं हरक ने साफ कहा कि अगर काऊ के खिलाफ साजिश हुई तो पार्टी को नुकसान होगा
दअरसल रायपुर क्षेत्र में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ का अपने ही कार्यकर्ताओं के साथ हुए विवाद के बाद विधायक काऊ खुलकर सामने आने लग गये हैं उन्होने भरे कार्यक्रम में पहले अपने ही विरोधी गुट को औकात में रहने की चेतावनी दी इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेताओं को विरोधी गुट की शिकायत की साथ ही अपनी पीड़ा से भी अवगत कराया वहीं सीएम धामी का कहना है कि कोई नाराजगी नहीं है, उनकी बात विधायक उमेश शर्मा काऊ से हो चुकी है
अब विधायक उमेश शर्मा काऊ ने तो पार्टी को खुलकर चेतावनी दे दी है कि अगर हाईकमान से न्याय नहीं मिला तो वह अपने संगठन के साथ आगे की रणनीति बनाएंगे यानी की साफ है कि अब पानी सिर के ऊपर से निकल गया है……इन सबके बीच कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी खुलकर उनके समर्थन में आ गये हैं उन्होने भी साफ कहा कि अन्याय बिल्कुल नहीं सहेंगे काऊ के खिलाफ साजिश हुई तो इसका नुकसान होगा इसके साथ ही सतपाल महाराज ने भी मंत्री हरक सिंह रावत की बात का समर्थन दिया है
आपको बता दें कि साल 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में कई नेता शामिल हुए थे जिसमें विधायक उमेश शर्मा काऊ और हरक सिंह रावत भी शामिल है…..ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या दोबारा कांग्रेस में इन नेताओँ की घर वापसी हो सकती है
कुल मिलाकर उत्तराखंड बीजेपी के लिए यह शुभ संकेत नहीं है….कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं की साफ चेतावनी भाजपा में आल इज वेल होने के दावे को हवा हवाई बता रहे हैं…..ऐसे में देखना होगा कि पार्टी हाईकमान इस मामले में क्या फैसला लेता है…..क्या माना जाए की क्या बीजेपी में कोई बड़ी फूट देखने को मिलने वाली है…क्या कांग्रेस में एक बार फिर से इन नेताओं की घर वापसी होगी ऐसे अनगिनत सवालों के जवाब का सबको इंतजार है