खिरो लामबगड ग्राम सभा ने अपने गांव के प्रधान के नेतृत्व में खुली बैठक कर किसी भी सामाजिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम में शराब पिलाने व परासने पर पाबंदी लगा दी है साथ ही निर्णय न मानने वालों पर पच्चीस हजार का जुर्माना भी तय किया है। इसके अतिरिक्त गांव में भांग की खेती करने वालों पर भी अर्थदंड की व्यवस्था की है। जिस समय यह खुली बैठक हुई उस समय गांव में कोतवाल चित्रगुप्त व उनकी पुलिस टीम भी मौजूद रही। ग्राम प्रधान मीना चौहान ने कहा कि उनका गांव बदरीनाथ से मात्र 10 किमी पहले है व एनएच से जुडा हुआ है इस लिए देश दुनिया के तीर्थ यात्रियों को एक अच्छा संदेश उनका गांव देगा।
ग्राम प्रधान मीना चौहान ने बताया कि धीरे धीरे गांव के शादी व अन्य सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों में शराब पिलाने का प्रचलन बढ रहा है जिस कारण से आने वाली पीढी कभी भी नशे की चपेट में आ सकती है साथ ही गांव की सरहद अंतर्गत सड़क से लगे कुछ ढाबों दुकानों में भी शराबी पिलाने की बात सामने आ रही थी, साथ ही कुछ ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि गांव के कुछ खेतों में भांग/चरस की फसल बोई जाने की तैयारी हो रही है जो ग्रामीण परिवेश व बच्चों के लिए ठीक नही है इस लिए उन्होंने सभी ग्रामीणों से विचार विमर्श कर खुली बैठक की जिसमें सभी ग्रामीणों ने एक स्वर से गांव में शराब बंदी का निर्णय लिया है , बताया कि इस शराब बंदी के दंड स्वरूप जो भी राशि प्राप्त होगी व गांव के सामुहिक कार्य या गरीब बुजुर्गों की सहायता में खर्च किया जायेगा। ग्राम प्रधान ने बताया कि उनकी बैठक में थानेदार समेत उनकी टीम भी मौजूद रही।

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