जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए टिहरी के सूबेदार अजय सिंह रौतेला का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव रामपुर लाया गया। बारिश के बीच भारी संख्या में लोग नम आंखों से अजय रौतेला को श्रद्धाजंलि देने पहुंचे। शहीद की पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही परिवारजनों व ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
राज्य सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी अजय रौतेला के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धाजंलि दी।.शहीद अजय सिंह रौतेला अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए है।.शहीद का आज ऋषिकेश में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा राजकीय इंटर कॉलेज जाजल का नाम शहीद अजय रौतेला का नाम पर किया जाएगा और उनके परिवार से एक सदस्य को राज्य सरकार नौकरी भी देगी। साथ ही शहीद के परिवार जनों की हर संभव मदद करेगी।
शहीद के परिवार जनों ने सरकार से मांग की है कि कि पंजाब सरकार की तरह उत्तराखंड सरकार भी 50-50 लाख की आर्थिक मदद करें और शहीद के परिवार जनों को नौकरी देने का भी काम सरकार करें और यही सच्ची श्रद्धांजलि भी शहीद के प्रति सरकार की होगी। शहीद के परिवार जनों का कहना है कि शहीद अजय सिंह रौतेला 17 गढ़वाल राइफल में 1995 को भर्ती सेना में हुए थे उन्होंने कहा कि वह आज देश के लिए अपना बलिदान दे दिया है जोकि हमें दुख भी है और हमें गर्व भी है कि आज हमारा बेटा देश के के लिए कुर्बान हुआ है उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि पाकिस्तान को करारा जवाब उसी की भाषा में दिया जाए।
