आम आदमी पार्टी के नेता रविन्द्र जुगरान ने आप प्रदेश कार्यालय में एक प्रेसवार्ता करते हुए बताया, केजरीवाल जी द्वारा लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रतिमाह,हर परिवार की घोषणा करने के बाद उत्तराखंड की जनता में बेहद उत्साह देखा जा रहा है । आप द्वारा फ्री बिजली शुरु हुए गारंटी कार्ड अभियान के तहत पिछले 7 दिन में अब तक कुल 1 लाख 39 हजार लोग अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इन सभी लोगों को पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा गारंटी कार्ड दिया जा चुका है। आप के इस रजिस्ट्रेशन अभियान में पूरे उत्तराखंड से लोग बड़ी तादात में जुड़ रहे हैं और आने वाले समय में आप बहुत जल्दी घरों घरों और लोगों तक पहुंच कर अपने इस अभियान को और फ्री बिजली कार्ड को लेकर जनता को जागरूक करेगी ।
उन्होंने कहा कि, पार्टी की इस मुहिम को गांव से लेकर शहरों कस्बों में जबरदस्त समर्थन मिल रहा है और लोगों में मुफ्त बिजली लेने को उत्सुकता दिखाई दे रही है। उन्होंने बताया कि आप के 10 हजार कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में घर घर जाकर लोगों का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा आप पार्टी के प्रदेश में दस्तक देने के बाद अब विरोधी दल भी बिजली पर बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी का दम अब उत्तराखंड में भी दिखने लगा है और अब उत्तराखंड में सिर्फ काम की ही राजनीति होगी जो अब केजरीवाल इफेक्ट के तौर पर उत्तराखंड में दिखने लगी है।
रविंद्र जुगरान ने कहा ,मुफ्त बिजली जनता का अधिकार है ,क्योंकि यहां के प्राकृतिक संसाधनों पर यहां की जनता का हक है और जनता अब बेहतर समझ चुकी है कि कर्नल कोठियाल के नेतृत्व में उनका भविष्य सुनहरा होगा और उत्तराखंड नवनिर्माण होगा। जनता अब समझ चुकी है कि उन्हें अगर कोई मुफ्त बिजली मुहैया करा सकता है तो वो सिर्फ अरविंद केजरीवाल दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि टिहरी बांध प्रभावितों को आश्वासन दिया गया था कि उन्हें बिजली मुफ्त दी जाएगी। लेकिन आज तक वो लोग इससे महरुम हैं और उत्तराखंड में टिहरी बांध समेत दर्जनों बांधों का निर्माण हुआ है ,जो हजारों मैगावाट विद्युत उत्पादन कर रहे हैं बावजूद इसके बिजली लोगों को बहुत मंहगी मिल रही है।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या निशुल्क बिजली हमारा अधिकार और हक नहीं। क्या मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद, नौकरशाही ही निशुल्क बिजली का उपभोग करती रहेगी? उन्होंने कहा,फ्री बिजली उत्तराखंड के आम नागरिक का अधिकार और हक है उत्तराखंड के प्राकृतिक संसाधनों जल जंगल जमीन पर क्या उन्हें निशुल्क बिजली के रूप में यह अधिकार नहीं मिलना चाहिए? क्या जनता का पैसा जनता को देना मुफ्तखोरी है,।
जुगरान ने बताया कि ,ये मुफ्तखोरी नहीं है बल्कि यहीं का जनता का अधिकार है जो आप पार्टी अब उत्तराखंड की जनता को देना चाहती है। यहां की सरकारों की ये जिम्मेदारी थी कि, जनता को उनके संसाधनों का दोहन करने को प्रेरित करे ,लेकिन इससे बडा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि उर्जा प्रदेश होने के बावजूद भी यहां के लोगों को बिजली खरीद कर इस्तेमाल करनी पड रही है। उन्होंने आगे कहा कि, आप पार्टी के इस अभियान से अब कांग्रेस बीजेपी भी बौखला गए हैं और पार्टी को पूरा यकीन है कि लोगों का समर्थन पार्टी को ऐसे ही मिलता रहेगा।