टिहरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड को देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह काम समाज, संतों और सरकार के संयुक्त प्रयास से ही पूरा हो सकेगा। योजना बनाई जा रही है कि अगले 10 वर्ष में उत्तराखण्ड को देश का नंबर–1 राज्य बनाया जा सके। यह बात उन्होंने टिहरी जिला मुख्यालय में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कही। समारोह में उन्होंने 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण, टिहरी यूथ क्लब का उद्घाटन, देवप्रयाग के वैष्णो माता ग्राम संगठन के हिलांस तुलसी चाय उत्पाद का अनावरण और पर्यटन आवास गृह सुनहरीगाड जाखणीधार की चाबी का हस्तांतरण किया। इसके अलावा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए। टिहरी जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए उन्होंने शानदार अभिनंदन के लिए क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्षों पहले उनका कई बार टिहरी आना हुआ है, आज टिहरी झील देखकर पहले की स्मृतियां ताजा हुईं तो मैं भावुक हो गया, लेकिन टिहरी के लोग बहुत सौभाग्यशाली हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में सी प्लेन की व्यवसायिक उड़ान का जो सपना देख रहे हैं, उसी तर्ज पर जल्दी से जल्दी टिहरी झील में सी प्लेन उतारा जाएगा। इतना ही नहीं टिहरी को अत्याधुनिक शहर बनाने के लिए विश्व स्तरीय कंसल्टेंट हॉयर किए जायेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लगातार मार्गदर्शन और सहयोग मिल रहा है। केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में आगामी दिसंबर माह तक कोरोना टीकाकरण अभियान को पूरा कर लिया जाएगा। सभी को मुफ्त कोरोना टीका उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम के बाद अब बदरीनाथ धाम को स्मार्ट और सुविधाजनक बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू की जाएंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने टिहरी में 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन योजनाओं में से 11242.94 लाख की 37 योजनाओं का लोकार्पण और 5188.78 लाख की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
टिहरी। समारोह में मुख्यमंत्री ने कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा की माता जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया।
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