अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में यूपी पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरी महाराज को गिरफ्तार कर लिया है। हरिद्वार के श्यामपुर से आनंन्द गिरी की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज में नरेंद्र गिरी का शव मिलने के साथ ही एक सुसाइड नोट पुलिस को बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी महाराज का ज़िक्र है। शव बरामद होने के कुछ घंटों बाद ही हरिद्वार पुलिस ने आनंद गिरी को नजरबंद कर दिया। कुछ घंटों के बाद यूपी पुलिस हरिद्वार पहुँची और आनंद गिरी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। गिरफ्तारी से पहले आनंद गिरी ने किसी भी तरह के षड्यंत्र में शामिल न होने का दावा किया। आनंद गिरी ने कहा कि उनके गुरुजी हत्या हुई है और उनकी हत्या में कई बड़े बड़े नकाबपोशों का हाथ है। वो यूपी पुलिस से मांग करते है कि उनकी हत्या की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
गौरतलब है कि कुम्भ मेले के दौरान नरेंद्र गिरी महाराज ने अखाड़े की परंपराओं के विपरीत काम करने का आरोप लगाते हुए आनंद गिरी को निरंजनी अखाड़े से बाहर कर दिया था और प्रयागराज में लेते हनुमान मंदिर की गद्दी से भी हटा दिया था। हालाँकि मई के महीने में गुरु शिष्य के इस विवाद का पट्टाभिक्षेप हो गया था और नरेंद्र गिरी महाराज ने आनंद गिरी को क्षमा मांगने पर माफ भी कर दिया था। तब से लेकर आनंद गिरी महाराज हरिद्वार में डेरा जमाए हुए थे और हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में एक आश्रम का निर्माण भी करा रहे थे। अब नरेंद्र गिरी महाराज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में यूपी पुलिस ने आनंद गिरी को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।