भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस का प्रलाप हास्यास्पद के सिवाय कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम आवास का एक पत्र जिसकी सत्यता की अभी पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच के आदेश देने से पहले ही आरोपी को तत्काल कार्यवाही कर ससपेंड कर दिया। बिना हस्ताक्षर के इस पत्र की सत्यनिष्ठा की अभी जांच भी होगी। लेकिन कांग्रेस ने ऐसी नैतिकता तब नहीं दिखाई जब स्टिंग सामने आए और अधिकारी पर कार्यवाही के नाम पर तत्कालीन मुख्यमंत्री बगले झाँकते रहे। तब पूरे देश ने खुली आँखों से देखा। वहीं सरकार बचाने के लिए जिस तरह से जोड़ घटाव का खेल हुआ वह भी किसी से छिपा नहीं है। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस तमाम आरोप प्रत्यारोप के बावजूद अभी तक एक भी घपले को सामने नहीं ला पायी है। टेंडर से लेकर नौकरी और आबकारी से लेकर खनन में तमाम घोटालो के सार्वजनिक होने के बाद कांग्रेस ने वहीं दौर याद दिला दिया है। जनता ने तब भी उसे दंड दिया था और अभी भी भूली नहीं है। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के सभी मुद्दे आज भी जस के तस है,क्योंकि कांग्रेस के वहीं महारथी मैदान में दिख रहे है जो कि इन घपले घोटालों के नायक रहे हैं।
तब नदियां भी बिकी थीं और डेनिस का जलवा था। ऐसा अराजकता का दौर राज्य ने कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि खनन का राग अलापने वाली कांग्रेस को अपने गिरेवान में झाँकने की जरूरत है। हालांकि कांग्रेस में एक बडा बर्ग सरकार की ऐसी हरकतों से नाराज़ था और उसने कांग्रेस को सबक सिखाने में कसर नहीं छोड़ी। हासिये पर सिमट गई कांग्रेस इसीलिये 5 अध्यक्ष का बोझ लेकर चल रही है। युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश ने विकास की रफ़्तार पकड़ी है और इसी कारण कांग्रेस अब ऐसे हथकंडे अपनाकर अस्तित्व की तलाश में है जो कि कहीं से संभव नहीं है। भाजपा विकास के बूते जनता की अदालत में जा रही है और कांग्रेस के पास है तो महज घोटालों की विरासत।