रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कहा कि पैगोंग लेक इलाके से दोनों पक्ष सेना हटाने के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे सदन को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे दृढ़ इरादे और टिकाऊ बातचीत के फलस्वरूप चीन के साथ पैंगोग लेक के उत्तर और पश्चिमी तट पर सेना के पीछे हटने का समझौता हो गया है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सदन को आश्वसत करना चाहता हूं कि इस बातचीत में हमने कुछ खोया नहीं है। सदन को यह जानकारी देना चाहता हूं कि अभी भी LAC पर तैनाती और पेट्रोलिंग के बारे कुछ विवाद बचे हैं, इन पर हमारा ध्यान आगे की बातचीत में रहेगा। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि दि्पक्षीय समझौते और नियमों के तहत सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जल्द से जल्द निपटा लिया जाए। चीन भी देश की संप्रभुता की रक्षा के हमारे संकल्प से अवगत है।

उन्होंने कहा कि फ्रिक्शन क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट के लिए भारत का यह मत है कि 2020 की फॉरवर्ड डिप्लॉयमेंट जो एक-दूसरे के बहुत नजदीक हैं वे दूर हो जाएं और दोनों सेनाएं वापस अपनी-अपनी स्थाई एवं मान्य चौकियों पर लौट जाएं। साथ ही कहा कि बातचीत के लिए हमारी रणनीति तथा दृष्टिकोण माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के इस दिशा निर्देश पर आधारित है कि हम अपनी एक इंच ज़मीन भी किसी और को नहीं लेने देंगे। हमारे दृढ़ संकल्प का ही यह फल है कि हम समझौते की स्थिति पर पहुंच गए हैं।

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