उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को लेकर सभी श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। आयुक्त गढ़वाल मंडल डॉ. रविनाथ रमन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए तत्काल समय में सरकार की जो भी एसओपी जारी होगी, उसी के आधार पर धामों में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित होगी।
आयुक्त गढ़वाल मंडल ने बुधवार को ऋषिकेश के नगर निगम सभागार में चार धाम यात्रा तैयारी को लेकर गढ़वाल मंडल के सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और प्रमुख विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई। सभी विभागों को उन्होंने यात्रा तैयारी संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। आयुक्त डॉ. रविनाथ रमन ने बताया कि चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण आवश्यक कर दिया गया है। पूर्व की भांति ऋषिकेश हरिद्वार व यात्रा मार्ग पर फोटो मैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या की बाबत आयुक्त ने कहा कि यह उस वक्त के हालात पर निर्भर करेगा।
इस संबंध में राज्य सरकार जो भी गाइडलाइन जारी करेगी उसके अनुरूप कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी कारण से यात्री पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है। ताकि यदि एसओ पीके मुताबिक धामों पर श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करनी पड़ती है या फिर सरकार कहेगी प्रत्येक श्रद्धालु के लिए आरटी पीसीआर जांच अनिवार्य है तो पंजीकरण के आधार पर इस पर निर्णय लिया जा सकेगा।
आयुक्त ने बताया कि पर्यटन विभाग और देवस्थानम बोर्ड एसओपी के अधीन रहते हुए जो भी व्यवस्था लागू होगी उसे श्रद्धालुओं पर लागू करेगा।