लॉकडाउन के दौरान स्थाई राजधानी का मुद्दा फिर राजनीति में गर्म है. हाल ही में गैरसैण को स्थाई राजधानी घोषित करने को लेकर वाहवाही लूटने वाली त्रिवेंद्र सरकार अब स्थाई राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस के निशाने पर आ गई है क्या है पूरा मामला देखिए
त्रिवेंद्र सरकार ने स्थाई राजधानी का जो दांव खेला था उस पर कांग्रेस पानी फेर देना चाहती है। देहरादून के रायपुर क्षेत्र में नई विधान सभा बनवाने की चर्चाओं के बीच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने ऐसे तीखे तीर त्रिवेद सरकार पर चलाए है कि जनता के बीच त्रिवेंद्र सरकार को इन आरोपों का जवाब देना ही होगा। दरअसल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने आरोप लगाया है कि त्रिवेंद्र सरकार रायपुर में नई विधानसभा के काम को आगे बढ़ाने जा रही है जबकि दूसरी तरफ यही सरकार ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को घोषित कर इस फैसले को आगे बढ़ाने के संकेत देती रही है। ऐसे भी कर्जे में डूबते इस प्रदेश में दो दो जगह पर विधानसभा बनाए जाना कितना सही है।
कांग्रेस की संवेदनशील मसले पर भाजपा को घिरते ही भाजपा ने भी इसका जवाब देते हुए उल्टा गेंद कांग्रेस के ही पाले में डाल दी है।। भाजपा की मानें तो रायपुर में विधानसभा बनाने की शुरुआत कांग्रेस सरकार में हुई थी ऐसे में कांग्रेस को इस बात का जवाब देना चाहिए कि उस दौरान कांग्रेस क्यों गैरसैंण को भूल गई थी। हालांकि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र के वादे को पूरा कर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को घोषित कर दिया है।
आम लोगों के लिए बेहद संवेदनशील राजधानी के इस मामले पर दोनों ही दल काफी आक्रामक है. वजह साफ है कि राजनीतिक दल भी जानते हैं कि जनता के बीच इस मुद्दे को गंभीरता से ले जाना बेहद जरूरी है।