कोरोना महामारी के इस संकट भरे समय में फ्रंटलाइन पर काम कर रहे पुलिस कर्मियों के वेतन विसंगति के मुद्दे को लेकर अब पुलिस कर्मियों के समर्थन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक,सांसद बड़ी संख्या में सामने आने लगे हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री से पुलिस कर्मियों को राहत देने की मांग की गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी सीएम को पत्र लिखते हुए साफ तौर पर कहा कि छठे वेतनमान की सिफारिशें लागू होने के पश्चात पुलिस विभाग में वर्ष 2001 और 2002 में भर्ती पुलिस कर्मियों को 16 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण होने पर भी पुलिस आरक्षी यों को 4600 ग्रेड पर दिया जा रहा है जिसके आधार पर 20 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण होने पर 4600 ग्रेड पे दिए जाने के आदेश दिए गए थे जो कि पूर्व के पुलिसकर्मियों को यथावत दिया भी गया है.
लेकिन वर्तमान में 2001 में भर्ती पुलिस कर्मियों को अक्टूबर माह में 20 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी 40 ग्रेड पे के स्थान पर 28 को ग्रेड पर प्रदान किया जा रहा है इससे उत्पन्न हुई विसंगति से फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में आम जनमानस की सेवा में लगे पुलिसकर्मियों का मनोबल गिरना ठीक नहीं है क्योंकि वेतन विसंगति होने से फ्रंटलाइन वर्कर जिनके द्वारा पूर्ण काल में बगैर ड्यूटी शेड्यूल के ओवरटाइम और बिना अवकाश के लिए दिन रात को रोना से लड़कर हम सब के जीवन को सुरक्षित करने का जो प्रयास किए जा रहे हैं वह मनोबल गिर रहा है पुलिस वाले के अनुशासित बल है उनके द्वारा राज्य कर्मियों की भर्ती अपनी पीड़ा सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं की जा सकती है अतः आपसे अनुरोध है कि पुलिसकर्मियों सेवाओं को देखते हुए उनकी 20 वर्ड की संतोषजनक सेवा के पश्चात 4600 ग्रेड पर प्रदान किए जाने के संबंधित निर्देश देने की कृपा करें
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ-साथ भाजपा सांसद माला राज्य लक्ष्मी विधायक मुकेश कोली विधायक प्रेम सिंह राणा कांग्रेस विधायक ममता राकेश बीजेपी विधायक सहदेव सिंह पुंडीर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन विधायक प्रीतम सिंह पंवार विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल विधायक चंदन राम दास विधायक महेश सिंह नेगी विधायक सुरेश राठौर विधायक संजीव आर्य विधायक पुष्कर सिंह धामी विधायक उमेश शर्मा काऊ विधायक राजकुमार ठुकराल ने पत्र लिखकर पुलिस कर्मियों को जल्द से जल्द राहत देने की मांग की है।