उत्तराखंड वन विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला है। प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) हॉफ ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली है। उनके स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के आवेदन को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है।
हॉफ द्वारा अचानक लिए गए इस निर्णय ने वन विभाग सहित प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। हालांकि, उन्होंने अपने आवेदन में पारिवारिक कारणों को VRS की वजह बताया है, लेकिन इसके पीछे के असली कारणों को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
वन विभाग में शीर्ष पद खाली होने के बाद सरकार ने वरिष्ठ अधिकारी समीर सिन्हा को उत्तराखंड के नए कार्यवाहक वन प्रमुख की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी है। समीर सिन्हा इससे पहले भी विभाग में कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं और उन्हें अनुभवी अधिकारी माना जाता है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि स्थायी नियुक्ति को लेकर जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है, लेकिन तब तक समीर सिन्हा ही विभाग का नेतृत्व करेंगे।